Tuesday, October 21, 2014

दीवाली पर इनमें से बस 1 उपाय कर लीजिए, सारे कष्ट मिट जाएंगे

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धर्म ग्रंथों के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस व अमावस्या को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। ये दोनों ही दिन धन संबंधी उपाय करने के लिए स्वयंसिद्ध मुहूर्त है। इस बार धनतेरस 21 अक्टूबर, मंगलवार तथा दीपावली 23 अक्टूबर, गुरुवार को है। धनतेरस के दिन देवताओं को कोषाध्यक्ष कुबेरदेव तथा दीपावली के दिन धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि धनतेरस व दीपावली के दिन किया गया दान, हवन, पूजन व उपायों का फल अक्षय (संपूर्ण) होता है। तंत्र शास्त्र के अनुसार अगर इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं या कुछ विशेष वस्तुओं को घर में रखा जाए तो मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उपाय करने वाले को मालामाल भी कर सकती हैं। जानिए धनतेरस व दीपावली पर क्या उपाय करें-
1- धनतेरस या दीपावली की शाम को मां लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजन करें और उसके बाद मां लक्ष्मी के चरणों में सात लक्ष्मीकारक कौडिय़ां रखें। आधी रात के बाद इन कौडिय़ों को घर के किसी कोने में गाड़ दें। इस प्रयोग से शीघ्र ही आर्थिक उन्नति होने के योग बनेंगे।
2- धन लाभ चाहने वाले लोगों के लिए कुबेर यंत्र अत्यंत सफलतादायक है। धनतेरस या दीपावली के दिन बिल्ववृक्ष के नीचे बैठकर इस यंत्र को सामने रखकर कुबेर मंत्र को शुद्धता पूर्वक जाप करने से यंत्र सिद्ध होता है तथा यंत्र सिद्ध होने के पश्चात इसे गल्ले या तिजोरी में स्थापित किया जाता है। इसके स्थापना के पश्चात दरिद्रता का नाश होकर, प्रचुर धन व यश की प्राप्ति होती है।
मंत्र- ऊं यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन्य धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि में देहित दापय स्वाहा
3- धनतेरस या दीपावली के दिन महालक्ष्मी यंत्र का पूजन कर विधि-विधान पूर्वक इसकी स्थापना करें। यह यंत्र धन वृद्धि के लिए अधिक उपयोगी माना गया है। कम समय में ज्यादा धन वृद्धि के लिए यह यंत्र अत्यन्त उपयोगी है। इस यंत्र का प्रयोग दरिद्रता का नाश करता है। यह स्वर्ण वर्षा करने वाला यंत्र कहा गया है। इसकी कृपा से गरीब व्यक्ति भी एकाएक अमीर बन सकता है।
4- पुराने चांदी के सिक्के और रुपयों के साथ कौड़ी रखकर उनका लक्ष्मी पूजन के समय केसर और हल्दी से पूजन करें। पूजा के बाद इन्हे तिजोरी में रख दें। इस उपाय से बरकत बढ़ती है।
5- धनतेरस या दीपावली के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कार्यों से निपट कर किसी लक्ष्मी मंदिर में जाएं और मां लक्ष्मी को कमल के फूल अर्पित करें और सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। मां लक्ष्मी से धन संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए प्रार्थना करें। कुछ ही समय में आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।
6- धनतेरस या दीपावली को शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रुई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें, साथ ही दीएं में थोड़ी सी केसर भी डाल दें। इस उपाय से भी धन का आगमन होने लगता है।
7- धनतेरस या दीपावली के दिन विधिवत पूजन के बाद चांदी से निर्मित लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को घर के पूजा स्थल पर रखना चाहिए। इसके बाद प्रतिदिन इनकी पूजा करने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती और घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।
8- श्रीकनकधारा यंत्र धन प्राप्ति व दरिद्रता दूर करने के लिए यह अचूक यंत्र है। इसकी पूजा से हर मनचाहा काम हो जाता है। यह यंत्र अष्टसिद्धि व नवनिधियों को देने वाला है। इसका पूजन व स्थापना भी धनतेरस या दीपावली के दिन करें।
9- धनतेरस या दीपावली की रात को शुद्धता के साथ स्नान कर पीली धोती धारण करें और एक आसन पर उत्तर की ओर मुंह करके बैठ जाएं। अब अपने सामने सिद्ध लक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें, जो विष्णु मंत्र से सिद्ध हो और स्फटिक माला से नीचे लिखे मंत्र का 21 माला जाप करें।
मंत्र जाप के बीच उठे नहीं, चाहे घुंघरुओं की आवाज सुनाई दे या साक्षात लक्ष्मी ही दिखाई दे।
मंत्र
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं ऐं ह्रीं श्रीं फट्
इस टोटके को विधि-विधान पूर्वक संपन्न करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं और साधक को मालामाल कर सकती हैं।
10- धनतेरस या दीपावली के दिन श्रीमंगल यंत्र का पूजन कर स्थापना करें। इस यंत्र के नियमित पूजन से शीघ्र ही सभी प्रकार के कर्जों से मुक्ति मिल जाती है। मंगल भूमि कारक ग्रह है। अत: जो इस यंत्र को पूजता है वह अचल संपत्ति का मालिक होता है।
11- लघु नारियल- ये नारियल आम नारियल से थोड़ा छोटा होता है। तंत्र-मंत्र में इसका खास महत्व है। नारियल को श्रीफल भी कहते हैं यानी देवी लक्ष्मी का फल। धनतेरस या दीपावली के दिन इसकी विधि-विधान से पूजा कर लाल कपड़े में बांधकर ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां किसी की नजर इस पर न पड़े। इस उपाय से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं।
12- श्रीयंत्र- यंत्र शास्त्र में श्रीयंत्र की विशेष महिमा बताई गई है। इसे यंत्रराज की उपाधि दी गई है। इस यंत्र को धन वृद्धि, धन प्राप्ति, कर्ज से सम्बन्धित धन पाने के लिए, लोन इत्यादि प्राप्त होने के लिए तथा लाटरी, सट्टा आदि द्वारा धन पाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। धनतेरस या दीपावली के दिन इसकी स्थापना घर के पूजन कक्ष में करनी चाहिए।
13- कुबेर प्रतिमा- भगवान कुबेर यक्ष व गंधर्वों के स्वामी हैं। यही समस्त संसार के धन की रक्षा करते हैं। धनतेरस या दीपावली के दिन इनकी प्रतिमा घर की उत्तर दिशा में रखें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जहां इनकी प्रतिमा रखी वहां की साफ-सफाई रोज की जाए। ऋतुमती होने पर महिलाएं कुबेरदेव की प्रतिमा को हाथ न लगाएं।
14- दक्षिणावर्ती शंख- तंत्र-मंत्र में दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व है। धनतेरस या दीपावली के दिन इसे घर के पूजा स्थान या तिजोरी मेंं रखने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु का अभिषेक करने से सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं और साधक को कभी किसी वस्तु की कमी नहीं होती। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का ये बहुत ही खास उपाय है।
15- मोती शंख- मोती शंख एक बहुत ही दुर्लभ प्रजाति का शंख माना जाता है। तंत्र शास्त्र के अनुसार यह शंख बहुत ही चमत्कारी होता है। यह दिखने में बहुत ही सुंदर होता है। इसे घर में रखने से धन-संपत्ति बढऩे लगती है और परिवार वालों के बीच सामंजस्य बना रहता है। धनतेरस या दीपावली के दिन इसे अपनी तिजोरी में रखें।
16- पारद लक्ष्मी प्रतिमा- तंत्र शास्त्र में पारद से निर्मित देव प्रतिमाओं को बहुत ही विशेष माना गया है। घर में पारद से निर्मित लक्ष्मी प्रतिमा रखने से बहुत लाभ होता है। धनतेरस या दीपावली के दिन इस प्रतिमा की स्थापना घर के पूजन स्थान पर करें और इसकी पूजा करनी चाहिए। पारद लक्ष्मी प्रतिमा के पूजन से घर को बुरी नजर नहीं लगती यदि घर में कोई नकारात्मक शक्ति हो तो वह भी स्वयं ही चली जाती है।
17- कौड़ी- ये समुद्र से निकलती है। दिखने में यह बहुत साधारण होती है, लेकिन इसका प्रभाव बहुत अधिक होता है। लक्ष्मीजी समुद्र से उत्पन्न हुई हैं और कौडिय़ां भी समुद्र से निकलती हैं। इसलिए इसमें धन को अपनी ओर आकर्षित करने का प्राकृतिक गुण होता है। धनतेरस या दीपावली के दिन इसे धन स्थान पर रखना शुभ होता है।
18- कमल गट्टा- कमल गट्टा कमल से निकलने वाला एक प्रकार का बीज है। चूंकि मां लक्ष्मी कमल पर ही विराजमान होती हैं। इसलिए इस बीज को बहुत ही चमत्कारी माना जाता है। धनतेरस या दीपावली के दिन इसे घर के पूजन स्थान पर रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
19- मां लक्ष्मी की चरण पादुकाएं- धनतेरस या दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की चांदी से निर्मित चरण पादुकाएं धन स्थान पर इस प्रकार रखें कि इसकी दिशा धन स्थान की ओर जाती हुई रहे। इसका अर्थ है लक्ष्मी सदैव आपके धन स्थान में ही निवास करे। ये बहुत ही खास और अचूक उपाय है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर राशि का एक विशेष लक्ष्मी मंत्र होता है। उस राशि के लोग यदि उस मंत्र का जाप धनतेरस या दीपावली के दिन करें तो मां लक्ष्मी शीघ्र ही प्रसन्न हो जाती हैं और साधक की धन संबंधी समस्याएं दूर सकती हैं-
मेष- ज्योतिष के अनुसार मेष राशि का स्वामी मंगल है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ऐं क्लीं सौ:
वृषभ- ज्योतिष के अनुसार इस राशि का स्वामी शुक्र है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ऐं क्लीं श्रीं
मिथुन- इस राशि का स्वामी बुध है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं क्ली ऐं सौ:
कर्क- इस राशि का स्वामी चंद्र है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ऐं क्ली श्रीं
सिंह- इस राशि का स्वामी सूर्य है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ह्रीं श्रीं सौ:
कन्या- इस राशि का स्वामी बुध है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं श्रीं ऐं सौ:
तुला- इस राशि के स्वामी शुक्र हैं। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ह्रीं श्रीं सौं
वृश्चिक- इस राशि का स्वामी मंगल है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ऐं क्लीं सौ:
धनु- इस राशि का स्वामी गुरु है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ह्रीं क्लीं सौ:
मकर- इस राशि का स्वामी शनि है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ह्रीं क्लीं ह्रीं श्रीं सौ:
कुंभ- इस राशि का स्वामी शनि है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं
मीन- इस राशि का स्वामी गुरु है। इस राशि वाले लोगों के लिए धन प्राप्ति का मंत्र ये है-
मंत्र- ऊं ह्रीं क्लीं सौ:



Saturday, October 18, 2014

गोमती चक्र स्वयम सिध्ध है -----

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"गोमती चक्र"


१)गोमती चक्र को रोगी  के बिस्तर पर रखने से जल्दी अच्छा होता हे ..

२)रविवार के दिन थोडा सिंदूर गोमती चक्र पर लगा के शत्रु का नाम लेकर नदी या तालाब में 

डालने से शत्रु पर प्रभाव रहेता हे, कोर्ट -कचहरी में सफलता मिलती हे 

३)कोई भी काम क पूरा करने के लिये एक गोमती चक्र घर के दरवाजे की चोखट पे रखे उस को 

बाए पैर के निचे दबाके दाए पैर से बहार आने से काम में सफलता मिलती हे 

४)एक गोमती चक्र को शुभ दिन गंगा जल में रखिये थोड़े समय बाद उस पर केसर लगाये और 

अगरबत्ती का धुप देकर आलमारी में रखने से आर्थिक संकट  दूर होता  हे 

५)सुफला एकादशी की रात को पांच गोमती चक्र की पूजा करके उस पर केसर का तिलक कर के 

साथ में शालिंग्राम की भी पूजा करने से धन लंबे समय तक टिकता हे 

६)जिस वास्तु में अशुभ तत्व और भुत /प्रेत का वास हो या ऐसा शक हो तो दो गोमती चक्र,

 घर के बड़े व्यक्ति के सिर पर से सात बार उतार के उस को अग्नि में डाल दीजिए 

७)जिस वास्तु में बीमारी घर कर गई हो अनेक दवाई लेने से भी बीमारी दूर ना होती हो तो एक

 गोमती चक्र शुध्ध चांदी में बना के पेशन्ट के गले में बाँध ने से अच्छा रहेता हे 

८)दो गोमती चक्र मुख्य द्वार पर ऐसे लगाये की ग्राहक उसके नीचे से होकर अंदर आए, 

व्यवसाय में सफलता मिलेगी 

09)कोई विद्वान ब्राह्मण को दो गोमती चक्र देने से मान -सन्मान बढ़ता हे






Thursday, October 16, 2014

नारियल से जानें अपना ब्लड ग्रुप

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http://jansevanews.com/?p=1185


छत्तीसगढ़ के रायपुर में ऐग्रिकल्चर डिपार्टमेंट के बी. डी. गुहा ने नारियल से ब्लड ग्रुप पहचानने की तकनीक ईजाद की है। गुहा किसी भी इंसान को छुए बिना महज 10 सेकंड में उसका ब्लड ग्रुप बता देते हैं।
गुहा का दावा है कि वह इस तकनीक से भरा और खाली सिलिंडर,अंडरग्राउंड पानी और सुरंगों की भी पहचान कर सकते हैं। गुहा बताते हैं कि वह नारियल से 5 ब्लड ग्रुप- ए पॉजिटिव, एबी पॉजिटिव, बी पॉजिटिव, ओ पॉजिटिव और ओ निगेटिव की पहचान सकते हैं, बाकी तीन के लिए रिसर्च जारी है। उनके तीनों बच्चे भी इस काम में उनकी मदद कर रहे हैं। उनकी पत्नी मीनाक्षी भी अब इस आर्ट में एक्सपर्ट हो गई हैं।
गुहा बताते हैं कि किसी भी व्यक्ति के सिर से थोड़ा ऊपर हथेली में नारियल लें। थोड़ी देर में नारियल अलग दिशा में मुड़ जाता है। जिस जगह अंडरग्राउंड पानी या उसकी पाइपलाइन हो, वहां नारियल सही नतीजे नहीं बताता। ए पॉजिटिव ब्लड ग्रुप होने पर नारियल 45 डिग्री की पोजिशन लेता है। एबी पॉजिटिव में 45 से 55 डिग्री, बी पॉजिटिव में 60 डिग्री, ओ पॉजिटिव में 90 और ओ नेगेटिव में 180 डिग्री की पोजिशन ले लेता है।
गुहा ने बताया कि साल 2005 में बलौदा बाजार के एक स्कूल में पानी के स्रोत का पता लगाने के लिए उन्हें बुलाया गया था। वहां बच्चे बहुत शरारत कर रहे थे। उन्हें शांत कराने के लिए गुहा ने कहा कि तुम सब एक लाइन में खड़े हो जाओ, मैं देखूंगा कि तुममें पानी है या नहीं। मजाक में किए गए इस परीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि कुछ बच्चों के सिर से थोड़ा ऊपर हथेली पर रखा नारियल 90 डिग्री में खड़ा हो गया। इसके बाद उन्होंने यही एक्सपेरिमेंट अपने बच्चों पर किया। नतीजा वही रहा।
इसके अलावा लैब में बच्चों का ब्लड ग्रुप चेक करने पर ओ पॉजिटिव निकला। बस यहीं से उनका सफर शुरू हो गया। फिलहाल अब गुहा परिवार रिसर्च के बाद नई जानकारियां जानने में लगा है। विभिन्न ब्लड ग्रुप में नारियल दिशा क्यों बदलता है, अब वह इसके लिए रिसर्च कर रहे हैं।

Monday, October 13, 2014

चर्म रोग से बचने के घरेलू उपाय

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FROM THE BHASKAR -


चर्म रोग आपको कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। बारिशों और गर्मी के मौसम में इस तरह की समस्याएं अधिक होती हैं। ऐसे में त्वचा का बचाव करना बहुत जरूरी होता है। नहीं तो चर्म रोग होने की संभावना ज्यादा होती है। आइए हम आपको चर्म रोग से बचने के कुछ घरेलू उपाय के बारे में जानाकरी दे रहे हैं।
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढती जाती है, त्वचा की प्राकृतिक नमी कम होने लगती है। इसलिए त्वचा के रखरखाव में सावधानी बरतना बहुत जरूरी हो जाता है।
हल्दी, लाल चंदन, नीम की छाल, चिरायता, बहेडा, आंवला, हरेडा और अडूसे के पत्ते को एक समान मात्रा में लीजिए। इन सभी सामानों को पानी में पूरी तरह से फूलने के लिए भिगो दीजिए। जब ये सारे सामान पूरी तरह से फूल जाएं तो पीसकर ढ़ीला पेस्ट बना लीजिए। अब इस पेस्ट से चार गुना अधिक मात्रा में तिल का तेल लीजिए।
तिल के तेल से चार गुनी मात्रा में पानी लेकर सारे सामानों को एक बर्तन में मिला लीजिए। उसके बाद मिश्रण को मंद आंच पर तब तक गर्म करते रहिए जब तक कि सारा पानी भाप बनकर उड़ ना जाए। इस पेस्ट को पूरे शरीर में जहां-जहां खुजली हो रही हो वहां पर या फिर पूरे शरीर में लगाइए। इसके लगाते रहने से आपके त्वचा से चर्म रोग ठीक हो जाएगा।
इस पेस्ट का इस्तेमाल नहाने से पहले और रात में सोने से कुछ समय पहले आप कर सकते हैं। चर्म रोग होने पर पुदीन और लौंग का लेप लगाने पर भी फायदा होता है।
एग्जिमा, सोरियासिस, मस्सा, ल्यूकोर्डमा, स्केबीज या खुजली चर्म रोग के प्रकार हैं। किसी भी प्रकार का चर्म रोग जब तक ठीक नही हो जाता है, बहुत कष्टदायक होता है। जिसके कारण से आदमी मानसिक रूप से बीमार हो जाता है। चर्म रोग की समस्या होने पर आप चिकित्सक से सलाह ले सकते हैं।

कभी सोचा है, आपके मरने के बाद आपके आॅनलाइन अकाउंट्स का क्या होगा

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From The Bhaskar-

नई दिल्ली। आज हमारी लाइफ में इंटरनेट का बहुत बड़ा रोल है. हम शॉपिंग से लेकर बैंकिंग जैसे महत्वपूर्ण काम इटरनेट की मदद से करते हैं. इंटरनेट हमारी लाइफ का एक अहम हिस्सा बन गया है.
इंटरनेट पर हमारी अटेंडेंस किसी ना किसी अकाउंट के जरिए से होती है. जिससे हम इंटरनेट पर अपनी जरूरतों के काम करते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा कि किसी व्यक्ति की मौत के बाद इंटरनेट पर मौजूद उसके अकाउंट्स का क्या होता है.
अगर आपने अभी तक नहीं सोचा है तो हम आपको यही जानकारी देने जा रहे हैं कि किसी व्यक्ति के इस दुनिया से चले जाने के बाद इंटरनेट की दुनिया में उस व्यक्ति की वर्चुअल लाइफ का क्या होगा.
आपके मरने के बाद आपके सोशल साइट्स के अकाउंट्स का एक्सेस कोई भी नहीं कर सकता. इसको लेकर कई तरह के सवाल उठते रहे हैं कि क्या आपके पति या आपकी पत्नी को आपकी मौत के बाद आपके सोशल मीडिया अकाउंट में एक्सेस होना चाहिए? क्या किसी बच्चे की मौत के बाद बाद उसके पैरेंट्स को उसके अकाउंट में ऑटोमेटिक लॉग इन मिलना चाहिए या नहीं ?
आज हम आपको बताएंगे कि फेसबुक. ट्विटर और गूगल जैसी बड़ी सोशल मीडिया साइट्स की ‘आफ्टर डेथ पॉलिसीज़’ क्या हैं. कुछ देशों में तो सोशल साइट्स पर किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके करीबी को अपने आप अकाउंट एक्सेस देने के बाकायदा कानून लाने की बात कही जा रही है.
जी मेल और गूगल प्लस जैसी सर्विस देने वाली कंपनी गूगल “inactive account manager” नाम का टूल उपलब्ध करवाती है जिसकी मदद से आप यह मैनेज कर सकते हैं कि आपकी मौत के बाद आपके अकाउंट का क्या हो.
यहां आप एक टाइम लिमिट (6 महीने या 12 महीने) तय कर सकते हैं जिसके बाद आपके के अकाउंट का सारा डाटा ऑटोमेटिक्ली डिलीट कर दिया जाएगा.
इसके अलावा आप किसी व्यक्ति को नॉमिनेट भी कर सकते हैं जिसे आपके सारे मेल मिलते रहेंगे. इस सर्विस की मदद से आप केवल जीमेल ही गूगल की किसा भी सेवा को कवर कर सकते हैं.
दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक आपके मरने के बाद आपके किसी भी रिश्तेदार को अकाउंट का एक्सेस नहीं देती है. इसकी जगह आपके चाहने वाले फेसबुक से आपके अकाउंट को “memorialized” करने की रिक्वेस्ट कर सकते हैं.
इसका मतलब यह है कि किसी भी सूरत में आप के अकाउंट में कोई भी लॉगइन नहीं कर सकता, ना ही आपके अकाउंट से किसा भी तरह की कोई छेड़छाड़ कर सकता है. किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके नाम को “people you may know” या suggesting friends की लिस्ट में नहीं दिखाता है.
किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद अगर उससे जुड़ा कोई व्यक्ति ट्विटर को इसकी जानकारी देता है तो ट्विटर उस अकाउंट को डिएक्टिवेट कर देता है. इसके मृत व्यक्ति का डेथ सर्टिफिकेट की जरूरत होती है क्योंकि बहुत से ट्विटर अपने असली नाम से नहीं होते हैं.
इसके अलावा कंपनी मरने वाले व्यक्ति से जुड़ी कुछ और जानकारियां भी मांगता है. जानकारी देने के तीस दिन बाद ट्विटर उस अकाउंट को पर्मानेंटली डिएक्टिवेट कर देता है. इसके अलावा ट्विटर एपलीकेशन देने वाले व्यक्ति की इच्छानुसार मरने वाले व्यक्ति के फोटोज़ भी हटा देता है.