Friday, July 18, 2014

चुटकी में हटाइए बदसूरत स्ट्रेच मार्क्स

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त्वचा की तीन मुख्य लेयर होती हैं, एपीडर्मिस, डर्मिस और हाइपोडर्मिस। त्वचा की जिस परत में लचक नहीं होती है, उस पर स्ट्रेच मार्क्स पड़ते हैं। स्ट्रेच मार्क्स मुख्यत: त्वचा की मिडल परत डर्मिस पर होते हैं।
ये स्ट्रेच मार्क्स युवावस्था और गर्भावस्था के दौरान होते हैं। इन स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका नेचुरल नुस्खे हैं। आइए आज जानते हैं कुछ ऐसे ही नेचुरल नुस्खों के बारे में जिन्हें अपनाकर आप स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पा सकते हैं…..
स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पाने के लिए अरंडी का तेल भी बेहद कारगर माना जाता है। इसके लिए प्रभावित हिस्से पर अरंडी का तेल लगाएं, फिर उस हिस्से को प्लास्टिक बैग से लपेट लें। अब हॉट वॉटर बॉटल से करीब आधा घंटे सिकाई करें और हल्का रगड़ें। धीरे-धीरे स्ट्रेच मार्क्स दूर हो जाएंगे।
जैतून के तेल को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं और हल्की मालिश करें। तेल को आधा घंटा या उससे ज्यादा देर के लिए त्वचा पर लगा रहने दें। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है और स्ट्रेच मार्क्स हल्के होते हैं।
मध्यम आकार के आलू को थोड़ा मोटा काट लें। उसके बाद आलू के टुकड़े को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। कुछ मिनटों बाद उस जगह को गुनगुने पानी से धो लें।
बादाम तेल के साथ एक चम्मच शक्कर मिलाएं और उसमें कुछ बूंद नींबू के रस की डाल अच्छे से मिला लें। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क्स वाले हिस्सों पर लगाएं। नहाने से दस मिनट पहले रोजाना इसे लगाएं और हल्का सा रगड़ें। एक महीने लगातार ऐसा करने से स्ट्रेच मार्क्स हल्के हो जाते हैं।
ताजे कटे नींबू के रस को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाइए। नींबू के रस को कम से कम दस मिनट तक लगा रहने दें, उसके बाद पानी से धोएं। इसके अलावा खीरे के रस और नींबू के रस की बराबर मात्रा को लें और स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं।
एलोवेरा के जूस को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। कुछ मिनट के बाद गुनगुने पानी से धो लें। 1 कप एलोवेरा जेल,1 कप जैतून का तेल, 10 विटामिन ई कैप्सूल, 5 विटामिन ए कैप्सूल ले कर मिक्स करें। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क पर तब तक लगाएं जब तक कि आपकी त्वचा उसे सोख ना ले।
अंडे का सफेद भाग स्ट्रेच मार्क पर लगाएं। जब यह सूख जाए तब इसे रगड़कर साफ कर लें। ऐसा 2 हफ्तों तक लगातार करें।
कंसीलर से स्ट्रेच मार्क्स को छुपाया जा सकता है। स्किन टोन से मैच करता हुआ कंसीलर खरीदिए। उसे स्ट्रेच मार्क पर लगा लीजिए।
टैनिंग लोशन टैनिंग लोशन और टैनिंग स्प्रे बाजार में आसानी से प्राप्त हो जाएंगे। इसका लगातार उपयोग करने से शरीर पर पड़े निशान धीरे धीरे कम होने लगेगें।
टैटू करवाकर भी स्ट्रेच मार्क्स को छुपाया जा सकता है। त्वचा की सही देखभाल पानी पीने से धीरे-धीरे शरीर पर पड़े स्ट्रेच मार्क दूर हो जाते हैं। इसलिए आपको दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए।

लहसुन से कीजिए पैरालिसिस (पक्षाघात/लकवा) का इलाज

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औषधि के लिये लहसुन बड़ी गांठ वाला जिसमें से अधिक रस निकाल सकें ले।
विधि- लहसुन की आठ कली लेकर छील लें फिर इसे बारीक चटनी की तरह पीस लें फिर गाय का दूध लेकर उबाल लें, अब थोड़ा सा दूध अलग कर लें उसमें शक्कर मिला दें, जब यह दूध हल्का गरम रह जाय तो इस दूध में लहसुन मिलाकर पी जायें, ऊपर से इच्छा अनुसार जितना चाहें दूध पियें। परंतु ध्यान रखें लहसुन कभी
खौलते दूध में न मिलावें वरना उसके गुण नष्ट हो जायेंगे। दिन में दो बार ये विधि करें। इस प्रकार दिन में दो बार इसका सेवन करें। तीन दिन तक दोनों समय लेने के बाद इसकी मात्रा बढ़ाकर 9 या 10 कलियां कर दें। एक हफ्ते बाद कम से कम 20 कली लहसुन लें। इसी तरह तीन बाद फिर बढ़ाकर 40 कली का रस दूध से लें। इसके बाद अब इनकी मात्रा घटाने का समय है जैसे-जैसे बढ़ाया वैसे-वैसे ही घटाते जाना है तीन-तीन दिन पर यानी-
पहली बार – 8 कली लहसुन की लें लेत रहें
बार तीन दिन बाद-10 कली लहसुन की लें लेते रहें
बार 1 सप्ताह बाद – 20 कली लहसुन की लें लेते रहें
बार 1 सप्ताह बाद- 40 कली लहसुन की लें लेते रहें
इसका सेवन करने से और भी लाभ है पेशाब खुलकर होगा।
दस्त साफ होने लगेगी शरीर की चेतना शक्ति बढ़ने लगेगी तथा पक्षाघात का असर धीरे-धीरे कम होने लगेगा। अगर उच्चरक्त चाप है तो यह प्रयोग काफी कारगर सिद्ध हो सकता है।
औषधि नं-2
मोटी पोथी वाला 1 मोटा दाना लहसुन का लेकर छीलकर पीस लें बारीक और इसे चाट लें ऊपर से गाय का दूध हल्का गर्म चीनी डालकर पी जायें। अब दूसरे दिन 2 लहसुन की चटनी चाट कर दूध पी जायें। तीसरे दिन तीन लहसुन, चौथे दिन चार कली इसी तरह से ग्यारह दिन तक 11 लहसुन पीसकर चाटें व दूध पी जायें। अब बारहवें दिन से 1-1 कली लहसुन की घटाती जायें तथा सेवन की विधि वहीं होगी। एक लहसुन की संख्या आ जाने पर बंद कर दें पीना। इससे हाई ब्लड प्रेशर का असर कम होगा। पक्षाघात का प्रभाव कम होगा। सर का भारी पन ठीक होगा। नींद अच्छी आयेगी। दस्त खुलकर होगा। भूख अच्छी लगेगी। (अगर आप सामान्य तरीके से रोज लहसुन खायें तो इसका खतरा ही नहीं होगा।)
औषधि नं-3
लहसुन व शतावर- 7-8 कली लहसुन, शतावर का चूर्ण 1 तोला दोनों को खरल में डालकर घोंट लें, आधा किलो दूध में शक्कर मिलाकर लहसुन शतावर पिसा हुआ मिलाकर पी जायें इसे लेने पर हल्का सुपाच्य भोजन लें। शरीर के हर अंग का भारी पन ठीक होगा साथ पक्षाघात में फायदा होगा। इसे 31 दिन लगातार लें।
औषधि नं-4
लहसुन,शतावर चूर्ण, असगंध चूर्ण- 1 चाय का बड़ा चशतावर चूर्ण, उतनी ही मात्रा में असगंध चूर्ण दोनों चूर्ण को दूध में मिलाकर पियें साथ दोपहर के भोजन के साथ लहसुन लें। लहसुन की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ाते जायें, रोटी, आंवला, लहसुन का प्रयोग भोजन में अवश्य करें। शरीर की मालिश भी करें इन सभी विधियों से पक्षाघात में जल्दी व सरलता से मरीज ठीक होता है।
औषधि नं-5
लहसुन छीलकर पीस लें 3-4 कली, फिर उसमें उतनी ही मात्रा में शहद मिला कर चाटें। धीरे-धीरे लहसुन की मात्रा बढ़ाते जायें 1-1 कली करके कम से कम 11-11 कली तक पहुंचे साथ बराबर मात्रा में शहद भी मिलाकर चाटें। साथ लहसुन का रस किसी तेल में मिलाकर उस प्रभावित हिस्से पर लेप, मालिश हल्के हाथ से करें। लहसुन के रस को थोड़ा गरम करके लगायें धीरे-धीरे काफी फायदा पहुंचेगा लहसुन से रक्त संचार ठीक तरह से होता है।
औषधि नं-6
दो पोथी पूरी मोटे दाने वाले पीसकर रस निकाल लें अब इसे चार तोला तिल के तेल या सरसों के तेल में मिलाकर पकायें, जब सिर्फ तेल रह जाये तो छानकर इस तेल से सुबह, शाम मालिश करें लकवा, वात रोग मिट जायेगा। अगर आप तिल का तेल इस्तेमाल करें ज्यादा अच्छा होगा।
औषधि नं-7
पक्षाघात के रोगी को आप लहसुन की चटनी को मख्खन के समभाग के साथ भी दे सकते हैं(लहसुन मख्खन बराबर मात्रा) में। यह सुरक्षित योग है इसे प्रातः सांय दोनों समय प्रयोग कर सकते हैं।

हाईट बढ़ाने के आसान उपाय

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हाईट बढ़ाने के आसान उपाय

Person measuring a young girls height against a height chart on the wall
शरीर में पोषक तत्वों की कमी या हार्मोन की गड़बड़ी होने पर कुछ लोगों का कद बढ़ नहीं पाता है। दरअसल, हमारी लंबाई बढ़ाने में सबसे बड़ा योगदान ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन यानी एचजीएच का होता है। एचजीएच पिट्युटरी ग्लैंड से निकलता है। यही कारण है कि सही प्रोटीन और न्यूट्रिशन न मिलने पर शरीर का विकास रुक जाता है।
यदि आपके साथ भी यह समस्या है तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं हाइट बढ़ाने और कर्वी फिगर पाने के कुछ खास नुस्खे….
नुुस्खा- अश्वगंधा और सूखी नागौरी दोनों को ही आयुर्वेद में शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।
सामग्री – 20 ग्राम सूखी नागौरी। – 20 ग्राम अश्वगंधा। – 20 ग्राम चीनी।
बनाने की विधि- सूखी नागौरी और अश्वगंधा की जड़ को बारीक पीस लें। इस चूर्ण में बराबर मात्रा में चीनी मिला लें। यह मिश्रण कांच की बोतल में भर लें।
ऐसे करें सेवन- रात को सोते समय रोज दो चम्मच चूर्ण लें। फिर गाय का दूध पिएं। इससे हाइट बढ़ने के साथ ही हेल्थ भी बन जाती है। इस चूर्ण को लगातार 40 दिन तक लें। सर्दियों में यह चूर्ण अधिक फायदा करता है।
2. नुस्खा- काले तिल और अश्वगंधा का यह योग नियमित रूप से सेवन करने पर हाइट बढ़ने लगती है।
सामग्री- 1.अश्वगंधा चूर्ण। 2. काले तिल। 3. खजूर। 4. गाय का घी।
बनाने की विधि- 1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण और 1 से 2 ग्राम काले तिल को पीसकर चूर्ण बना लें।
ऐसे करें सेवन- इस चूर्ण को 3 से 5 खजूर में मिलाकर 5 से 20 ग्राम गाय के घी में एक महीने तक खाने से लाभ होता है।
3.नुस्खा- केवल अश्वगंधा का पाउडर लेने से भी कद बढ़ने लगता है।
सामग्री- 1. अश्वगंधा की जड़ 2. चीनी 3. दूध
बनाने की विधि- थोड़ी सी मात्रा में अश्वगंधा की जड़ लेकर उसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में बराबर मात्रा में चीनी मिलाकर रख लें।
ऐसे करें सेवन- इस मिश्रण को 2 चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध में डालकर पिएं। रात को सोने से पहले 45 दिनों तक इस योग का सेवन करने से शरीर सुडौल बनता है और कद बढ़ जाता है।
सावधानियां- फास्ट फूड या जंक फूड का सेवन न करें। – खटाई न खाएं। – ज्यादा मिर्च-मसाले से परहेज करें। – इन दवाओं का सेवन गाय के दूध से करें तो बेहतर है।
ये भी करें- जिन लोगों का कद नहीं बढ़ रहा हो उन्हें रोज ताड़ आसन और भुजंगासन करना चाहिए।
ताड़ आसन विधि- ताड़ आसन करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों हाथ ऊपर उठाएं। हाथ उठाकर सांस अंदर लें। अपने पैर के पंजों पर कुछ समय के लिए खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को मिलाएं और अपने शरीर को ऊपर की तरफ खीचें। कुछ देर उसी अवस्था में रहें। फिर सांस बाहर छोड़ें और दोनों पैर के पंजों को सामान्य अवस्था में ले आएं। यह क्रिया 10 से 15 बार करें।
भुजंगासन विधि- पेट के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को मिलाकर रखिए। सिर जमीन पर, आंखें खुली हुई और दोनों बाजू को कोहनी से मोड़ें। हाथों को कंधों के नीचे रखें। कोहनी बाहर की ओर न हो, बल्कि शरीर के साथ लगाकर रखें। एक ही बार में सांस नहीं भरेंगे, बल्कि आसन करते हुए धीरे-धीरे सांस भरें। धीरे-धीरे सांस लेना शुरू करें और फिर सिर को उठाएं। गर्दन को पीछे की ओर मोड़ें। पीठ की मांसपेशियों का बल लगाते हुए आप कंधे भी उठाएं। हथेलियों पर थोड़ा दबाव रखते हुए छाती और नाभि तक का भार उठाएं। हर स्थिति में नाभि को जमीन से 30 सेंटीमीटर ही ऊपर उठाना चाहिए। ज़्यादा नहीं, अन्यथा कमर भी उठ जाएगी। इस स्थिति में कोहनी सीधी नहीं होगी। इसके बाद आकाश की ओर देखें। इस अवस्था में सांस रोंके। कमर के निचले भाग पर खिंचाव आएगा, जिसे आप महसूस कर पाएंगे। इस स्थिति में 3-4 सेकंड तक रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। इसके साथ ही अपने डाइट चार्ट में ज्यादा से ज्यादा फल और मेवे शामिल करें। कद बढ़ने लगेगा।

सरल शब्दों में समझिए भारत का नया बजट

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नई दिल्ली। मोदी सरकार का पहला आम बजट पेश हो गया है। वित्तमंत्री अरुण जेटली आम बजट पेश किया रहे हैं। वित्त मंत्री के पिटारे में आम लोगों के लिए कुछ सस्ती चीजें हैं तो कुछ महंगी। पढ़ें बजट में क्या हुआ सस्ता और क्या हुआ महंगा-
सस्ते सामान
रेडिमेड कपड़े, श्रृंगार का सामान सस्ता
मोबाइल फोन सस्ता
कंप्यूटर, लैपटॉप सस्ता
तेल, साबुन सस्ता
9 इंच से कम के LED, LCD टीवी सस्ते
क्या हुआ महंगा
कोयला महंगा
स्टील से बने सामान महंगे
सिगरेट महंगा
पान मसाला, तंबाकू महंगा
वित्तमंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण के मुख्य अंश…
सर्विस टैक्स का दायरा बढ़ा, रेडियो टैक्सी की सेवाएं, इंटरनेट पर विज्ञापन भी सर्विस टैक्स दायरे में
अप्रत्यक्ष कर प्रस्ताव से 7525 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय
सिगरेट, सिगार, गुटखा, तंबाकू महंगे होंगे
कोल्ड ड्रिंक्स, बोतलबंद जूस महंगे होंगे
हीरे और कीमती रत्न सस्ते होंगे
तेल साबुन, कंप्यूटर पार्ट्स सस्ते
एलसीडी, एलईडी टीवी सस्ते
मोबाइल फोन सस्ते हुए
रेडीमेड कपड़े, इंपोर्टेड कॉस्मेटिक्स महंगे
होमलोन की छूट सीमा 1.5 से बढ़ाकर दो लाख रुपये की गई
आयकर मानक छूट सीमा दो लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख की गई
बुजुर्गों के लिए 2.5 लाख से बढ़ाकर तीन लाख की गई आयकर छूट सीमा
15 हजार से कम के मासिक वेतन पर पीएफ नहीं कटेगा
कश्मीरी विस्थापितों के पुनर्वास के लिए 500 करोड़ रुपये
युवा नेतृत्व कार्यक्रम के लिए 100 करोड़ रुपये
उत्तराखंड में हिमालय के अध्ययन केंद्र के लिए 100 करोड़
वाराणसी, सारनाथ, गया के बीच बौद्ध सर्किट बनेगा
गंगा के लिए बनेगा एनआरआई फंड
गंगा संरक्षण मिशन – ‘नमामि गंगा’ – के लिए 2,037 करोड़
शहरों की विरासत बचाने के लिए 200 करोड़
राष्ट्रीय खेल अकादमियां बनाई जाएंगी
सरहदी इलाकों में रेल लाइन के लिए 1,000 करोड़
जम्मू-कश्मीर में स्टेडियमों के लिए 200 करोड़
मणिपुर में खेलों के लिए 100 करोड़ रुपये
पीपीएफ में अब 1.5 लाख रुपये का निवेश संभव
सेना में ‘वन रैंक वन पेंशन’ के लिए 1,000 करोड़ रुपये
युद्ध स्मारक के लिए 100 करोड़ रुपये
बुनियादी क्षेत्र में लंबी अवधि के कर्ज को बढ़ावा
14 हजार किलोमीटर गैस पाइपलाइन बिछाने का लक्ष्य
8,500 किलोमीटर नए नेशनल हाइवे बनेंगे
16 नए बंदरगाह प्रोजेक्ट
गंगा में इलाहाबाद से हल्दिया तक जहाज चलेंगे
वित्तीय क्षेत्र में एक केवाईसी नॉर्म होगा
हर परिवार का बैंक अकाउंट खोलने पर जोर
एक बैंक अकाउंट पर एक डीमैट अकाउंट का प्रस्ताव
चिटफंड कानून में सुधार का प्रस्ताव
कृषि उत्पादों के भंडारण के लिए 5,000 करोड़ रुपये
वाराणसी के बुनकरों के लिए 50 करोड़ रुपये का फंड
राष्ट्रीय राजमार्गों और सड़कों के लिए 37,000 करोड़
गंगा परियोजना के तहत जलमार्ग विकास होगा
सरकारी-निजी साझेदारी को बढ़ावा देंगे
हस्तकला अकादमी के लिए 30 करोड़ रुपये
अल्ट्रा मॉडर्न ताप बिजली तकनीक के लिए 100 करोड़
अत्याधुनिक सौर योजनाओं के लिए 500 करोड़
पशमीना उत्पादन के लिए 50 करोड़
चार फीसदी कृषि दर हासिल करने का लक्ष्य
कमजोर तबकों को सस्ता चावल-गेहूं मुहैया कराना प्राथमिकता
किसान टेलीविजन के लिए 100 करोड़ रुपये
कृषि कर्ज के लिए आठ लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य
समय पर कृषि ऋण लौटाने वालों को तीन फीसदी की ब्याज छूट इस साल भी जारी रहेगी
किसानों को हेल्थ कार्ड के लिए 100 करोड़ रुपये
जलवायु परिवर्तन के लिए एक राष्ट्रीय केंद्र
पांच लाख किसान समूहों को नाबार्ड से मदद
500 करोड़ के महंगाई फंड का ऐलान
साफ पानी के लिए 3,650 करोड़ रुपये
600 नए सामुदायिक रेडियो स्टेशन खोले जाएंगे
कृषि आधुनिकीकरण के लिए दो नए केद्रों पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे
अहमदाबाद और लखनऊ में मेट्रो के लिए 100 करोड़ रुपये
मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए 100 करोड़ रुपये
गांवों में ब्रॉडबैंड के लिए डिजिटल इंडिया योजना
देश में पांच नए आईआईटी और पांच नए आईआईएम के लिए 500 करोड़ रुपये
नेशनल हाउसिंग बैंक योजना के लिए आठ हजार करोड़ रुपये
चार नए एम्स के लिए 500 करोड़ रुपये
बुजुर्गों के लिए एम्स में अलग से दो सेंटर
खाद और पेट्रोलियम सब्सिडी की समीक्षा होगी
नए शिक्षक प्रशिक्षण के लिए 500 करोड़ रुपये
नई यूरिया नीति का प्रस्ताव
प्रधानमंत्री सड़क योजना के लिए 14,000 करोड़ रुपये
ग्रामीण उद्यमिता के लिए 100 करोड़ रुपये
ईपीएफ योजना के तहत श्रमिकों के लिए न्यूनतम 1,000 रुपये की पेंशन
संस्थान बदलने पर भी कर्मचारियों का ईपीएफ खाता नंबर समान ही रहेगा
50,000 करोड़ रुपये दलित योजना के लिए
बड़े शहरों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय 150 करोड़ रुपये देगा
1,000 करोड़ रुपये से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत
500 करोड़ रुपये ग्राम ज्योति योजना के लिए
सरदार पटेल की मूर्ति के लिए 200 करोड़ रुपये
सीधे विदेशी निवेश के लिए कुछ रियायतें
वर्ष 2019 तक हर घर में शौचालय की योजना
7060 करोड़ रुपये नए शहरों के लिए
रक्षा में एफडीआई को 49 फीसदी तक लाया जाएगा
बीमा क्षेत्र में एफडीआई 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत तक
बैंकिंग व्यवस्था को और मजबूत करेंगे
हम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा देंगे
रोजगार को बढ़ावा देने वाले उद्योग जरूरी
काला धन देश की अर्थव्यवस्था के लिए अभिशाप, इसे खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे
चालू वित्त वर्ष में 4.1 प्रतिशत राजकोषीय घाटे का लक्ष्य कठिन, लेकिन मैंने इसे चुनौती के तौर पर स्वीकार किया है
अगले साल 3.6 फीसदी वित्तीय घाटा रखने का लक्ष्य
खर्च प्रबंधन आयोग बनाएगी सरकार
घरेलू कंपनियों को भी एडवांस टैक्स रूलिंग की सुविधा देने का प्रस्ताव
2015-16 में वित्तीय घाटा कम कर तीन प्रतिशत पर लाएंगे
दलितों और आदिवासियों को खाद्य संरक्षण भी देंगे
रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स नहीं लाने जा रही है सरकार
हम निवेशकों के अनुकूल टैक्स नीति लाएंगे
बीते दो सालों ने हमारी चुनौतियां बढ़ाई हैं
लगातार मंदी कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं में
विश्व अर्थव्यवस्था 3.4 प्रतिशत से बढ़ने की उम्मीद
भारतीय अर्थव्यवस्था को इन्हीं से रास्ता निकालना होगा
एनडीए के पहले बजट में मकसद नीति-निर्धारण
शुरुआती लक्ष्य सात-आठ फीसदी वृद्धि दर
देश की बड़ी आबादी गरीबी रेखा के नीचे
‘सबका साथ सबका विकास’ लक्ष्य पूरा करना
टैक्स जीडीपी अनुपात सुधारने की जरूरत
बुनियादी क्षेत्र और विनिर्माण में वृद्धि जरूरी
एक मजबूत जीवंत भारत में कोई कसर नहीं रखेंगे

Wednesday, July 9, 2014

विदुर नीति जो आपको धनवान बना दें

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COLLECTION FROM THE BHASKAR -

GOOD ARTICLE

जीवन में सुख कई रूपों में मिलते हैं। इनमें अर्थ कामना यानी भोगने लायक विषय, वस्तु या साधन की चाहत छोटे-बड़े रूप में हर इंसान करता है। दरअसल, सुख पाने के लिए चाहे वह धन ही क्यों न हो, ज्ञान, गुण व शक्ति निर्णायक होते हैं।

धन तो खास तौर पर व्यक्ति के शरीर, मन और व्यवहार में असाधारण ऊर्जा और विश्वास भर देता है। वहीं, धन के अभाव से बलवान व्यक्ति का जोश, उत्साह और मानसिक बल भी डांवाडोल हो जाता है। यही वजह है कि सांसारिक जीवन में सुख बंटोरने की चाहत से व्यक्ति धन कमाने ही नहीं, बल्कि उसे बचाने के लिए भी भरपूर कोशिश करता है।
इंसान की धन की इसी जरूरत को ही ध्यान में रखकर विचारे करें तो क्या कोई ऐसा उपाय है, जिससे कोई भी व्यक्ति धन कमा और बचा सकता है? धन की इसी अहमियत को समझाते हुए हिन्दू धर्मग्रंथ महाभारत की विदुर नीति में लक्ष्मी का अधिकारी बनने के लिए विचार और कर्म से जुड़े 4 अहम सूत्र बताए गए हैं। जानिए ऐसे चार तरीके, जिनको अपनाकर ज्ञानी हो या अल्प ज्ञानी दोनों ही धनवान बन सकते हैं-
विदुर नीति के मुताबिक-
श्रीर्मङ्गलात् प्रभवति प्रागल्भात् सम्प्रवर्धते। 

दाक्ष्यात्तु कुरुते मूलं संयमात् प्रतितिष्ठत्ति।।

इस श्लोक में साफ तौर पर धन बटोरने व बचाने के चार सूत्र बताए गए हैं। समझिए इनका शाब्दिक व व्यावहारिक मतलब-
पहला अच्छे कर्म से लक्ष्मी आती है। व्यावहारिक नजरिए से परिश्रम या मेहनत और ईमानदारी से किए गए कामों से धन की आवक होती है।
दूसरा प्रगल्भता सरल शब्दों में इसका मतलब है धन का सही प्रबंधन यानी बचत से वह लगातार बढ़ता है।
तीसरा चतुराई यानी अगर धन का सोच-समझकर उपयोग, आय-व्यय का ध्यान रखा जाए, तो ज्यादा से ज्यादा आर्थिक संतुलन बना रहता है।
चौथा और अंतिम सूत्र संयम यानी मानसिक, शारीरिक और वैचारिक संयम रखने से धन की रक्षा होती है। सरल शब्दों में कहें तो सुख पाने और शौक पूरा करने की चाहत में धन का दुरुपयोग न करें।
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