Wednesday, June 24, 2015

खो गया है आधार कार्ड या एनरोलमेंट स्लिप, ये है वापस पाने का आसान तरीका

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FROM DAINIK BHASKAR DOT COM -



नई दिल्ली. गैस सब्सिडी सीधे बैंक अकाउंट में पाने के लिए आधार कार्ड एक अहम दस्‍तावेज है। ऐसे में यदि आपका आधार कार्ड नहीं बना है तो इसे जल्द बनवा लें। यदि आपने आधार के लिए आवेदन किया है और कार्ड घर नहीं पहुंचा है या खो गया है या फिर एनरोलमेंट स्लिप गुम हो गई हो तो परेशान न हों। आप इसे वापस हासिल कर सकते हैं। यूआईडीएआई ने भारतीय नागरिकों के लिए अपनी वेबसाइट पर कॉल क्वेरी सॉफ्टवेयर के जरिए यह सुविधा शुरू की है। वेबसाइट से ई-नंबर डाउनलोड करके आधार कार्ड और नंबर ले सकते हैं। इसके लिए आपको अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी देना होगा। यह जानकारी देने के बाद आपको ई-आधार मिल जाएगा। यहां से आप एनरोलमेंट नंबर भी डाउनलोड कर सकते हैं।
क्या है एनरोलमेंट
आधार कार्ड बनाने के पहले एनरोलमेंट प्रक्रिया अपनाई जाती है। इसके तहत एक निश्चित सेंटर पर व्‍यक्ति की बॉयोमीट्रिक और अन्‍य जानकारियां दर्ज की जाती हैं। इसके बाद उसे एक पर्ची दी जाती है, जिसे एनरोलमेंट पर्ची कहा जाता है। इस नंबर के जरिए आप अपना आधार कार्ड स्टेटस जान सकते हैं। यह सुविधा भी वेबसाइट पर उपलब्ध है।
क्या करना होगा
जिनके आधार कार्ड बन गए हैं वो आधार नंबर से और जिनके बनकर नहीं आए हैं वे एनरोलमेंट (ईआईडी) पर्ची के नंबर से डुप्लीकेट कार्ड या पर्ची निकलवा सकते हैं।


यहां से करें शुरुआत
यूआईडीएआई की वेबसाइट www.uidai.gov.in के मुख्य पेज पर जाकर आधार कार्ड के मोनो के नीचे सलेक्ट का ऑप्शन आएगा। इस पर क्लिक करते ही कई ऑप्शन खुलेंगे। इनमें से रेसिडेंट पोर्टल पर क्लिक करें। क्लिक करते ही ईआईडी/यूआईडी का ऑप्शन आएगा।

चयन करें ऑप्शन
रेसिडेंट पर क्लिक करने के बाद अगला पेज आएगा। इसमें एक गोल घेरे में आधार कार्ड लिए एक महिला नजर आएगी। इसके नीचे ईआईडी/यूआईडी का ऑप्शन आएगा। यदि आपके एनरोलमेंट नंबर की स्लिप खो गई है तो ईआईडी पर और यदि आधार कार्ड गुम है तो यूआईडी पर क्लिक करें। इसके बाद एक फॉर्म आएगा।
जानकारी भरें
यूआईडी/ईआईडी पर क्लिक करने के बाद एक फॉर्म आएगा, जिसमें नाम, एनरोलमेंट कराते वक्त दिया मोबाइल नंबर या मेल आईडी भरना होगा। स्क्रीन पर चार अंक का सिक्‍युरिटी कोड दिखेगा, उसे एंटर करें। ऐसा करने के बाद स्क्रीन पर दिख रहे GET OTP पर क्लिक करें। कुछ ही देर में मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड आएगा। इसके एंटर करते ही मोबाइल नंबर पर ईआईडी या यूआईडी नंबर आ जाएगा। आधार कार्ड के लिए आपको मिले यूआईडी नंबर के जरिए यूआईडीएआई पोर्टल पर जाकर ई-आधार डाउनलोड कर सकते हैं।
कैसे चेक करें अपने आधार कार्ड का स्टेट्स
आप इस लिंक पर https://eaadhaar.uidai.gov.in/ याhttps://portal.uidai.gov.in/uidwebportal/enrolmentStatusShow.do से भी आधार कार्ड का स्टेटस जान सकते हैं।

पुराने नोट बदलने के लिए अब बचा है सिर्फ एक सप्ताह, किसी भी बैंक में जाकर लें नए नोट

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FROM DAINIK BHASKAR DOT COM-

http://money.bhaskar.com/news/MON-PERS-PFB-only-a-week-left-for-exchange-old-currency-notes-as-per-rbi-5029938-PHO.html?seq=1

यह समय है जब आप अपने नोट को एक बार नहीं दो बार चेक करिए। बिक्री-खरीद के वक्त मिलने वाले नोट को भी जांचिए। क्या आपके पास मौजूद नोट 2005 या उससे पुराना है। यदि है तो तुरंत अपनी किसी भी नजदीकी बैंक शाखा में जाकर उसे बदल दीजिए। आरबीआई के मुताबिक, 30 जून, 2015 तक 2005 और उससे पुराने नोट को बदला जा सकता है। इस काम के लिए अब आपके पास सिर्फ एक सप्ताह का वक्त बचा है। मनीभास्कर आपको बता रहा है कि अगर 30 जून के बाद पुराने नोट अगर नहीं बदले जा सके हैं तो क्या करना होगा -
क्यों बदले जा रहे हैं पुराने नोट ?
आरबीआई के मुताबिक, 2005 या उससे पुराने नोट ज्यादा सुरक्षित नहीं हैं। इनकी डुप्लीकेसी आसानी से हो सकती है। जबकि नए नोट की डुप्लीकेसी आसान नहीं होगी। इसकी छपाई आधुनिक सुरक्षा उपायों के साथ की गई है। इसलिए सरकार सभी पुराने नोटों को बदलकर नए नोट उपलब्ध करा रही है। यह प्रयास पिछले कई सालों से चल रहा है। हालांकि, हर बार पुराने नोट एक्सचेंज करने की तिथियां बढ़ जाती हैं। इस बार अभी तक आए नोटिफिकेशन के मुताबिक सभी को 30 जून तक अपने पुराने नोट एक्सचेंज करना है।

क्या कहता है आरबीआई का नोटिफिकेशन 
आरबीआई नोटिफिकेशन के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति जिसके पास 2005 या उससे पुराना नोट मौजूद है वो बिना किसी हिचक और झिझक के किसी भी बैंक में जाकर उसे एक्सचेंज कर सकता है। इसके लिए उसे किसी भी तरह का अतिरिक्त खर्च नहीं देना होगा। इतना ही नहीं यदि व्यक्ति यह चाहता है कि पुरानी नोट के बदले नए नोट सीधे उसके अकाउंट में आए तो यह सुविधा भी बैंक की ओर से प्रदान की जा रही है।

ऐसे पहचानिए पुराने नोट
आप कुछ कदम उठाकर तुरंत पुराने नोट की पहचान कर सकते हैं। नोट में पीछे की तरफ देखें। बीच में नीचे की ओर वर्ष लिखा होता है। इससे आप पुराने नोट की पहचान कर सकते हैं। वहीं अब एटीएम में भी 2005 के बाद के नए नोट निकल रहे हैं। बैंक के जरिए अब ग्राहकों के लिए सिर्फ नए नोट का प्रवाह किया जा रहा है।


बड़े अमाउंट पर हो सकती है जांच की प्रक्रिया
30 जून तक ऐसे लोग जिनके पास बड़ी संख्या में 2005 या उससे पुराने नोट उपलब्ध हैं वे भी बैंक जाकर इसे बदल दें। बशर्ते बैंक बड़ी धनराशि में पुराने नोट की जांच करेगा। क्लियरेंस मिलने के बाद ही इस पुराने नोट के बदले नए नोट ग्राहक को दिए जाएंगे। इस प्रक्रिया में आपका पैन कार्ड, बैंक खाते की जानकारी इत्यादि कई पहलूओं की जांच भी बैंक के जरिए हो सकती है।
कोई भी नहीं कर सकता पुराने नोट को लेने से इनकार
30 जून, 2015 के बाद भी आपके पास पुराने नोट बच गए हैं तो आप बैंक से संपर्क कर सकते हैं। वहीं इस संबंध में आरबीआई आगे नई नोटिस भी जारी कर सकता है। साधारण व्यक्तियों के लिए छोटी और मध्यम धनराशि बैंक के जरिए बदल दी जाएगी। इस तारीख से पहले कोई भी आपकी पुराने नोट के लेने से इनकार नहीं कर सकता। यदि कोई इनकार करता है तो आप आरबीआई की वेबसाइट के जरिए शिकायत कर सकते हैं। हालांकि, आरबीआई ने यह भी कहा है कि ऐसे लोग जिनके पास पुराने नोट हैं वे जल्द से जल्द इसे बैंक जाकर बदल दें।

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Saturday, June 20, 2015

35 Ways to Respect your children--Every parent Must read

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Children's are parents treasure and their most precious gift on this land. They must have seen the world lesser than you but they see it in a different way which you need to appreciate. Listen to them and try giving them as much time as you can. These moments are more precious than anything in this world👍
1. Put away your phone in their presence or avoid talking too much on phone when they r with you
2. Pay attention to what they 
are saying.
3. Accept their opinions.
4. Engage in their
conversations.
5. Look at them with respect.
6. Always praise them.
7. Share good news with them.
8. Avoid sharing bad news with
them.
9. Speak well of their friends
and loved ones to them.
10. Keep in remembrance the
good things they did.
11. If they repeat a story, listen
like it's the first time they
tell it.
12. Don't bring up painful
memories from the past.
13. Avoid side conversations in
their presence.
14. Sit respectfully around
them.
15. Don't belittle/criticize their
opinions and thoughts.
16. Avoid cutting them off when they speak.
17. Respect their age.
19. Accept their advice and
direction.
20. Give them the power of
leadership when they are
present.
21. Avoid raising your voice at them constantly, be very assertive but calmly
22. Avoid walking in front or
ahead of them.
23. Avoid eating before them without sharing with them
24. Avoid glaring at them.
25. Fill them with ur
appreciation even when
they don't think they
deserve it.
26. Avoid putting your feet up in front of them or sitting with your back to them.
27. Don't speak ill of them to
the point where others
speak ill of them too.
28. Keep them in prayers
always possible and teach them to pray
29. Avoid seeming bored or
tired of them in their
presence.
30. Avoid laughing at their
faults/mistakes.
31. Do a task before they ask
you to.
33. Choose your words carefully when speaking with them.
34. Call them by names they
like.
35. Make them your priority
above anything.



Sunday, June 14, 2015

पसंदीदा डिश खिलाकर समझौता --खरगोन के जज गंगाचरण दुबे की विचित्र सकारात्मक पहल

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श्री वासुदेव चौहान . लेखक/पत्रकार- दैनिक भास्कर / खंडवा | 

खरगोन के जज गंगाचरण दुबे पक्षकारों को पसंदीदा डिश खिलाकर समझौता करा देते हैं। मूल रूप से सागर के रहने वाले जज गंगाचरण दुबे फिलहाल खरगोन कोर्ट में सीजेएम हैं। पसंदीदा डिश से समझौते के अलावा उन्होंने कई रोचक फैसले भी दिए हैं। फैसलों में सबसे चर्चित था चरित्र संदेह का केस। जिसमें एक युवक बेटे के डीएनए टेस्ट पर अड़ा था। उसे शंका थी कि बेटा उसका नहीं है। जज ने कोर्ट में विज्ञान की किताबों से बच्चे के जन्म की प्रक्रिया समझाई और युवक ने बेटे को अपना मान लिया था। इनके फैसलों पर वॉशिंगटन पोस्ट सहित कई विदेशी अखबार आर्टिकल तक लिख चुके हैं। 
आईस्क्रीम से लाए मिठास ये भी घरेलू हिंसा का केस था। मुस्लिम युवती का कम उम्र में ही निकाह हो गया। सालभर बाद ही झगड़े होने लगे। तलाक की मांग हुई। जज ने कहा-क्या तुम प|ी से प्रेम करते हो? युवक ने कहा-हां, मैं जान भी दे सकता हूं। प|ी बोली-आइस्क्रीम तक तो खिलाते नहीं, जान क्या दोगे। जज ने युवक से कहा-7 दिन तक प|ी को आइस्क्रीम खिलाओ और सबूत के तौर पर बिल कोर्ट में दो। ऐसा ही हुआ। प्यार पनपा और तलाक का केस वापस ले लिया। जज दुबे ने लॉ की लीगल अप्रोच के तहत विशेष प्रक्रिया बनाकर समझौता कराया। 
आलू की सब्जी का जादू 
मामला खंडवा का है। युवती ने इटारसी स्थित ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का केस लगाया। युवक ने समझौते का तो युवती ने भरण-पोषण का केस लगा दिया। तीन साल गुजर गए। जज दुबे ने दोनों से एक-दूसरे की रुचि पूछी। प|ी ने कहा-इन्हें आलू की सब्जी पसंद है। जज के कहने पर दोनों एक दिन के लिए घर गए। प|ी ने पति को आलू की सब्जी बनाकर खिलाई। दूसरे दिन प|ी ने कोर्ट आकर कहा- मुझे कोई शिकवा नहीं। केस वापस लेती हूं। 
बिरयानी से बनाई बात : 2011 में भोपाल के रहने वाले युवक पर उसकी प|ी ने घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया। पति-प|ी के बीच तीसरे ने कलह बढ़ा रखी थी। नौबत तलाक तक पहुंची। केस दुबे की कोर्ट में आया। जज ने महिला से पूछा तुम दोनों पहली बार कहां मिले थे और क्या खाया था। दोनों का जवाब था- चिकन बिरयानी। जज ने दोनों को उसी जगह मिलने और वही डिश खाने को कहा। दोनों मिले और बात बन गई। महिला ने केस वापस ले लिया। जज दुबे ने ये फॉर्मूला हॉलीवुड फिल्म द लास्ट राइड की कहानी से लिया। उसमें दो युगल ऐसे ही मिलते हैं। 



Tuesday, June 9, 2015

गुड़ का सेवन सबसे बेहतर

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  • गुड़ खाने से नहीं होती गैस की दिक्कत 
  • खाना खाने के बाद अक्सर मीठा खाने का मन करता हैं। इसके लिए सबसे बेहतर है कि आप गुड़ खाएं। गुड़ का सेवन करने से आप हेल्दी रह सकते हैं।
  • पाचन क्रिया को सही रखना -- गुड़ शरीर का रक्त साफ करता है और मेटाबॉल्जिम ठीक करता है। रोज एक गिलास पानी या दूध के साथ गुड़ का सेवन पेट को ठंडक देता है। इससे गैस की दिक्कत नहीं होती। जिन लोगों को गैस की परेशानी है, वो रोज़ लंच या डिनर के बाद थोड़ा गुड़ ज़रूर खाएं 
  •  गुड़ आयरन का मुख्य स्रोत है। इसलिए यह एनीमिया के मरीज़ों के लिए बहुत फायदेमंद है। खासतौर पर महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत अधिक ज़रूर है 
  •  त्वचा के लिए -- गुड़ ब्लड से खराब टॉक्सिन दूर करता है, जिससे त्वचा दमकती है और मुहांसे की समस्या नहीं होती है।
  •  गुड़ की तासीर गर्म है, इसलिए इसका सेवन जुकाम और कफ से आराम दिलाता है। जुकाम के दौरान अगर आप कच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैं तो चाय या लड्डू में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
  •  एनर्जी के लिए -- बुहत ज़्यादा थकान और कमजोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। गुड़ जल्दी पच जाता है, इससे शुगर का स्तर भी नहीं बढ़ता। दिनभर काम करने के बाद जब भी आपको थकान हो, तुरंत गुड़ खाएं।
  •  गुड़ शरीर के टेंपरेचर को नियंत्रित रखता है। इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं, इसलिए दमा के मरीज़ों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है।
  •  जोड़ों के दर्द में आराम -- रोज़ गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक का सेवन करें, इससे जोड़ों के दर्द की दिक्कत नहीं होगी।
  •  गुड़ के साथ पके चावल खाने से बैठा हुआ गला व आवाज खुल जाती है।
  •  गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में अस्थमा की परेशानी नहीं होती है।
  •  जुकाम जम गया हो, तो गुड़ पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खिलाएं।
  •  गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
  •  भोजन के बाद गुड़ खा लेने से पेट में गैस नहीं बनती ।
  •  पांच ग्राम सौंठ दस ग्राम गुड़ के साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
  •  गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढती है।
  •  पांच ग्राम गुड़ को इतने ही सरसों के तेल में मिलाकर खाने से श्वास रोग से छुटकारा मिलता है।