Saturday, August 30, 2014

राशि अनुसान करें गणेश स्थापना और आराधना

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Polyresin-Shri-Ganesh-Statue
29 अगस्त, शुक्रवार को गणेश चतुर्थी है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश का प्राकट्य हुआ था। भगवान श्रीगणेश को प्रथम पूज्य, मंगलमूर्ति, दु:खहर्ता, मंगलकर्ता, गणनायक और न जाने कितने ही नामों से पुकारा जाता है। श्रीगणेश अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
यदि गणेश चतुर्थी के दिन भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो भक्त की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। आपके मन में भी कोई इच्छा है तो आप भी गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर अपनी राशि के अनुसार आगे बताए गए उपाय करें। ये उपाय बहुत ही आसान हैं-
मेष राशि
1- मेष राशि वाले लोगों को सिंदूरी रंग के गणेशजी की आराधना करना चाहिए।
2- लगातार 10 दिनों तक ग्यारह दूर्वा हल्दी के जल में डालकर श्रीगणेश को अर्पित करें।
3- ऊं गं गणपतये नम: को दूर्वा से 108 बार भोजपत्र पर लिखें।
4- ऐसी गणेश उपासना से समस्त विघ्न संकट का निवारण होता है और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
वृषभ राशि
1- वृषभ राशि वाले लोगों के लिए दूधिया रंग के श्रीगणेशजी की आराधना करना
उत्तम होता है।
2- प्रतिदिन श्रीगणेश को सफेद फूल पर इत्र लगाकर नौ दूर्वा के साथ अर्पित करें व सफेद लड्डू का भोग लगाएं।
3- पूजा करते समय ऊँ गं ऊँ गं मंत्र का जाप करें।
4- इस प्रकार श्रीगणेश का पूजन करने पर वृषभ राशि वाले लोगों को सभी कार्य में सफलता व सिद्धि प्राप्त हो सकती है।
मिथुन राशि
1- मिथुन राशि वाले लोगों के लिए हरे रंग की गणेश प्रतिमा की पूजा करना शुभ होता है।
2- श्रीगणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन दूर्वा की माला बनाकर ऊँ श्री गं गणाधिपतये नम: 108 बार उच्चारण करके चढ़ाना चाहिए
3- श्रीगणेश को गुड़ का नैवेद्य अर्पण करना चाहिए।
4- इस प्रकार भगवान श्रीगणेश की पूजा करने से सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
कर्क राशि
1- कर्क राशि वाले लोगों के लिए सफेद रंग के गणेशजी की आराधना करना श्रेष्ठ रहता है।
2- श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए सफेद आंकड़े के पुष्प की माला बनाकर साथ में दूर्वा की जड़ बांधकर अर्पित करें।
3- ऊँ श्री श्वेतार्क देवाय नम: का जाप कम से कम 108 बार प्रतिदिन करें।
4- भगवान श्रीगणेश को मोदक का भोग लगाएं साथ ही मक्खन भी। इस प्रकार भगवान गणेश की पूजा करने से समस्त मनोकामना पूर्ण होती है।
सिंह राशि
1- सिंह राशि वाले लोगों के लिए मेहरून रंग की श्रीगणेश प्रतिमा की आराधना करना ज्यादा सफलता कारक माना गया है।
2- सिंह राशि के लोग भगवान श्रीगणेश की विधि-विधान से पूजा करें।
3- पहले 108 दूर्वा पर थोड़ा कुंकुम लगा लें, उसके बाद यह दूर्वा श्रीगणेश को अर्पित करें।
4- गुड़ की ग्यारह गोली बनाकर रोज भगवान श्रीगणेश को अर्पण करें, इससे आपकी हर मनोकामना पूरी होगी।
कन्या राशि
1- कन्या राशि वाले लोगों को गहरे हरे रंग के गणेशजी की आराधना करना श्रेष्ठ रहता है।
2- 10 दिन तक रोज भगवान श्रीगणेश को साबूत हरे मूंग 108 की संख्या में चढ़ाएं।
3- भगवान गणेश के मंदिर में हरे मूंग व गुड़ का दान करें।
4- श्री वक्रतुण्डाय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। इस तरह श्रीगणेश का पूजन करने से आपको सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
तुला राशि
1- तुला राशि वाले लोगों को सफेद मिश्रित रंग के गणेशजी की प्रतिमा का पूजन करना सर्वोत्तम होता है।
2- तुला राशि के लोगों को तराजू में तौलकर सवाया लड्डू का भोग श्रीगणेश को लगाना चाहिए।
3- दूर्वा व पुष्प भी सवा सौ ग्राम या सवा किलो चढाएं, जिससे समस्त संकट का निवारण होकर इच्छित मनोकामना परिपूर्ण होती है।
4- श्रीगणेश स्त्रोत का पाठ करना भी श्रेष्ठ होता है।
वृश्चिक राशि
1- वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए लाल मिश्रित श्रीगणेशजी की आराधना करना सबसे अच्छा होता है।
2- श्रीगणेश को लाल रंग से रंगे चावल अर्पण करें।
3- इस बात का विशेष ध्यान रखें कि चावलों की संख्या 108 से कम अथवा ज्यादा न हो।
4- श्री विघ्नहरण संकट हरणाय नम: का जाप करें, जिससे समस्त मनोकामना परिपूर्ण हो सके।
धनु राशि
1- धनु राशि वाले लोगों को पीले रंग की गणेशजी की आराधना करना चाहिए।
2- हल्दी की पांच गठान श्री गणाधिपतये नम: का उच्चारण कर चढ़ाना चाहिए।
3- 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर श्री गजवकत्रम नमो नम: का जाप करके चढ़ाएं।
4- श्रीगणेश को नित्य लड्डुओं का भोग लगाएं। इस प्रकार पूजन करने पर भगवान श्रीगणेश सभी कामनाएं पूरी करते हैं।
मकर राशि
1- मकर राशि वाले लोगों के लिए नीले रंग के श्रीगणेश की आराधना करना सर्वोत्तम होता है।
2- भगवान श्रीगणेश को काले तिल अर्पण करें।
3- दूर्वा व लाल रंग के फूल पर इत्र लगाकर श्री गणेशाय नम: का जप करके श्री गणेशजी को अर्पण करें। इससे समस्त विघ्न का निवारण होता है।
​4- गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें।
कुंभ राशि
1- कुंभ राशि वाले लोगों को आसमानी रंग की गणेश प्रतिमा की आराधना करनी चाहिए।
2- श्रीगणेश पर सिंदूर का तिलक रोज लगाएं व उनके मस्तक के मध्य में हल्दी का तिलक लगाएं।
3- रोज हाथी को मोदक या गुड़-रोटी खिलाएं व भगवान श्रीगणेश को 108 दूर्वा चढ़ाएं, जिससे समस्त रुके हुए कार्य में सफलता अच्छी प्राप्त हो सके।
4- प्रतिदिन ऊँ गं गणपतयै नम: का जाप करें।
मीन राशि
1- मीन राशि वाले लोगों को हल्दी रंग के श्री गणेशजी की आराधना करनी चाहिए।
2- हल्दी की जड़ पर आठ बार ऊं गं गं गं गं गं श्री गजाय नम: लिखकर भगवान श्री गणेशजी को अर्पण करें।
3 – पीले रंग के धागे में पीले पुष्प व दूर्वा की माला बनाकर श्री गणेशजी को अर्पण करें।
4- चने की दाल और गुड़ भगवान श्रीगणेश के मंदिर में दान करें।

Thursday, August 28, 2014

वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा|

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वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा|


सामग्री- श्री गणेश यंत्र, मूंगे की माला, लाल आसन, घी का दीपक (यं‍त्र की अनुपलब्धता में पार्थिव गणेश या गणेशजी का चि‍त्र भी प्रयोग कर सकते हैं)।
प्रथम- ‘ॐ गुं गुरुभ्योनम:’ की 4 माला जाप करें। पश्चात श्री गणेशजी का षोडषोपचार या पंचोपचार पूजन करें। स्मरण रहे- लाल वस्त्र पर चावल की ढेरी लगाकर गणेशजी को स्थापित करें। यंत्र इत्यादि न उपलब्ध हो तो सुपारी पर कलावा लपेटकर गणेशजी का ध्यान करें। पश्चात्
(1) साधारण मंत्र- ‘ॐ गं गणपतये नम:’ के 21-51 माला जप करें।
(2) ‘ॐ वक्रतुण्डाय हुं’
(3) जिन व्यक्तियों या परिवार पर ऋण का बोझ बढ़ता जा रहा हो, वे उपरोक्त गणपति मंत्र की जगह निम्न मंत्र को जपें।
‘ॐ गणेश ऋणं छिन्धि छिन्धि वरेण्यं हुं नम: फट्।’
(4) मंत्र जप करने में उच्चारण का ध्यान रखना आवश्यक है अन्यथा परिणाम ठीक नहीं मिलेंगे। इसके लिए निम्नलिखित प्रार्थना अवश्य करें।
गाइये गणपति जगवन्दन, शंकर-सुवन भवानी नंदन।
सिद्धि-सदन गजवदन, विनायक, कृपासिंधु सुंदर सब लायक।
मोदक प्रिय, मुद मंगल दाता, विद्या वारिधि बुद्धि-विधाता।
मांगत तुलसीदास कर जोरे, बसहिं रामसिय मानस मोरे।
इसके पश्चात नित्य एक माला जप करें।
प्रात: उठकर श्री गणेश का ध्यान कर प्रणाम करें। किसी भी शुभ कार्य के प्रारंभ में गणेश स्मरण आवश्यक है।
ध्यान योग्य निम्न बातें-
अपने घर, दुकान, फैक्टरी आदि के मुख्य दरवाजे के ऊपर तथा ठीक उसकी पीठ पर अंदर की तरफ गणेश प्रतिमा या चि‍‍त्र लगाना न भूलें। यदि न लगाई हो तो गणेश चतुर्थी के दिन जरूर लगाएं।
मुख्य दरवाजे के सामने कभी भी जूते-चप्पल आदि उतारें, बाईं तरफ उतारें।
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Wednesday, August 20, 2014

अपने दिमाग को धारदार कैसे बनाएं

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अपने शरीर को फिट रखने के लिए आप अच्‍छा खाते हैं। और नियमित व्‍यायाम करते हैं। लेकिन, आखिर अपने दिमाग के लिए आप क्‍या करते हैं। याद रखिये यदि आपका मस्तिष्‍क स्‍वस्‍थ और तेज नहीं होगा, तो आपके लिए अपने रोजमर्रा के कामों को निपटा पाना भी आसान नहीं होगा।
बायां हाथ बढ़ाये रचनात्‍मकता

मस्तिष्‍क का दायां हिस्‍सा रचनात्‍मकता का ध्‍यान रखता है। और यही हिस्‍सा आपके शरीर के बायें हिस्‍से को नियंत्रित करता है। ब्रश करते समय, लिखते समय जैसे छोटे-छोटे काम करते समय अगर आप अपना बायां हाथ इस्‍तेमाल करते हैं, तो इससे आपकी रचनात्‍मकता में करीब 50 फीसदी तक बढ़ोत्‍तरी होती है। इजराइल में हुए एक शोध में यह बात प्रमाणित हुई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि केवल बायें हा‍थ की मुट्ठी खोलने बंद करने से भी आपकी रचनात्‍मकता में इजाफा होता है।
ग्रीन टी बढ़ाये एकाग्रता

थिनाइन एक प्रकार का एमीनो एसिड है जो हरी चाय की पत्तियों में पाया जाता है। यह मस्तिष्‍क में तनाव उत्‍पन्‍न करने वाले केमिकल्‍स को रोकता है। इससे चिंता दूर होती है और आपको एकाग्र करने में मदद मिलती है। जापानी शोधकर्ताओं ने इस बात की पुष्टि की है। जर्नल ऑफ न्‍यूरोफारमाकोलॉजी में छपे एक लेख के अनुसार ग्रीन टी में पाया जाने वाला कैफीन थकान को दूर रखकर आपको जागृत और एकाग्र रखता है।
टेटरिस बढ़ाये दिमाग की क्षमता

मोबाइल पर टेढ़े-मेढ़े ब्‍लॉक जोड़ने वाली गेम भले ही आपको सामान्‍य लगे, लेकिन वास्‍तव में यह दिमाग की क्षमता को बढ़ाने काम करती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के मुताबिक इस गेम को खेलते समय दिमाग के ज्‍यादातर न्‍यूरॉन काम करते हैं। नींद बढ़ायें याद्दाश्‍त
जर्मनी में हुए एक शोध के अनुसार 40 मिनट की नींद के बाद लोगों ने मैमोरी गेम में 25 फीसदी अधिक अंक हासिल किये। मस्तिष्‍क में शॉर्ट टर्म मैमोरी बहुत कम समय के लिए जमा होती है और यह आसानी से खत्‍म भी हो जाती है। तो, नींद हमारी याद्दाश्‍त की प्रक्रिया को मजबूत बनाती है और थोड़े समय के लिए रहने वाली याद्दाश्‍त को स्‍थायी बनाने में मदद करती है। इससे इन्‍हें रिकॉल करना आसान होता है।
विटामिन बी कम करे अल्‍जाइमर का खतरा

विटामिन बी का सेवन अल्‍जाइमर के खतरे को कम करता है। यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्‍सफोर्ड के शोध में यह बात सामने आई है कि जो बुजुर्ग लगातार दो साल तक नियमित रूप से संतुलित मात्रा में विटामिन बी का सेवन करते हैं, उन्‍हें अल्‍जाइमर होने का खतरा कम होता है। इसके साथ ही विटामिन बी डिमेंशिया और अल्‍जाइमर के खतरे को भी कम करता है। लेकिन, हरी पत्‍तेदार सबिजयां, अंडे, मीअ और मछली आदि एमीनो एसिड का स्राव करती हैं, जिससे उम्र संबंधित मस्तिष्‍क संकुचन में बढ़ावा होता है।
प्रतिक्रियात्‍मक समय बढ़ाये पानी


प्‍यासे लोगों के मुकाबले जिन लोगों के शरीर में पानी की कोई कमी नहीं होती, उनका रिएक्‍शन टाइम कम होता है। यहां तक कि शरीर में पानी की हल्‍की सी कमी से भी दिमाग को काफी नुकसान होता है। इस परिस्थिति में दिमाग आपको कुछ पीने की हिदायत देता है। यदि आप इस परिस्थिति में पानी नहीं पीते हैं, तो यह शरीर के अन्‍य हिस्‍सों से पानी खींचने लगता है। इसके साथ ही अगर आप कई घंटे से मूत्र त्‍यागने नहीं गये हैं, या फिर आपका पेशाब पीला है, तो आपको जरूर पानी पीना चाहिये। आहार में करिये बदलाव
यूके के शोधकर्ताओं ने पाया कि सेज (एक प्रकार की वनस्पति) का सेवन करने वाली महिलाओं की रिकॉल मैमोरी में 35 फीसदी का इजाफा देखा गया। सेज में एक्‍टीलकोलाइन नाम का एक एंटी-ऑक्‍सीडेंट होता है। यह रसायन अल्‍जाइमर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है। शोध में शामिल प्रतिभागियों ने केवल 50 माइक्रोलीटर के सेज के कैप्‍यूल का सेवन किया था और उसी से उन्‍हें इतना फायदा हुआ।
रोजमर्रा की जिंदगी में करें बदलाव

आप अपने खाली समय फेसबुक खेलते हैं या फिर सुडोकू सुलझाते रहते हैं। मैक्गिल यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार रोजाना एक जैसे काम करते-करते आपके मस्तिष्‍क को उसकी आदत हो जाती है। और ऐसे में उन‍ कसरतों में आपके दिमाग को कम मेहनत करनी पड़ती है। और आपके मस्तिष्‍क जिन अंतग्रथियों का इस्‍तेमाल रोजाना करता है वे तो मजबूत हो जाती हैं, और बाकी धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। कोनकार्डिया युनिवर्सिटी का शोध कहता है‍ कि इस प्रभाव को कम करने के लिए अपनी दिनचर्या को बदलते रहिये। वर्कआउट से लेकर, खाना पकाने और खाने तक के अंदाज में बदलाव लाते रहें। इससे आपके मस्तिष्‍क को नयी-नयी ग्रंथियों का इस्‍तेमाल करने का मौका मिलेगा। इससे आपके आईक्‍यू में सुधार होगा। और साथ ही मस्तिष्‍क की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी।
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Saturday, August 16, 2014

श्रीकृष्ण पूजा के छोटे से टिप्स: मिलेगा आनंद, सुख और सौभाग्य

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भगवान श्रीकृष्ण की हर लीला किसी इंसान को उसकी गुण और शक्तियों को पहचान उनके जरिए सफलता पाने की प्रेरणा व संदेश देती हैं। शास्त्रों में भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति आनंद, सुख और सौभाग्य देने वाली ही मानी गई है। श्रीकृष्ण द्वारा बताया गया कर्मयोग भी कलह और दु:खों से बचने का सबसे बेहतर और बेजोड़ सूत्र है। 
भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण या उनके अवतारों की भक्ति से ही हर कलह दूर करने और सरस, सहज, सौभाग्यशाली और सफल जीवन के लिए पूर्णिमा तिथि का भी खास महत्व है। इसी कड़ी में आज कार्तिक पू्र्णिमा के लिए जानिए सौभाग्य की कामना से 3 आसान श्रीकृष्ण मंत्र स्मरण व पूजा का आसान तरीका - 
- सुबह भगवान श्रीकृष्ण को गंगाजल और पंचामृत स्नान कराएं।
- स्नान के बाद गंध, सुगंधित फूल, अक्षत, पीले वस्त्र चढ़ाएं।
- श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री का भोग लगाएं।
- सुगंधित धूप और दीप प्रज्जवलित कर नीचे लिखे कृष्ण मंत्रों का आस्था से  सौभाग्य व कलहनाश की कामना से स्मरण या जप करें –
ॐ नमो भगवते गोविन्दाय
ॐ  नमो भगवते नन्दपुत्राय
ॐ कृष्णाय गोविन्दाय नमो नम:
- मंत्र ध्यान के बाद भगवान कृष्ण या विष्णु की आरती करें। प्रसाद बांटे और ग्रहण करें। पूजा, आरती में हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थना करें।



क्या आपको पता है कि वर्कआउट से पहले और बाद क्या खाना चाहिए?

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वर्कआउट का क्रेज यंग जनरेशन में काफी देखने के लिए मिलता है। वह परफैक्ट फिट बॉडी पाने के लिए घंटों जिम में पसीना बहाते हैं। वर्कआउट करना अच्छी आदत है, लेकिन क्या आपको पता है कि वर्कआउट से पहले और वर्कआउट के बाद क्या खाना चाहिए?
जिससे बिना किसी कमजोरी के अच्छी बॉडी बनाई जा सके। जिम जाने से पहले औैर बाद में क्या खाते हैं, उसका आपके वेट मैनेजमेंट प्रोग्राम पर काफी गहरा असर पड़ता है। इसलिए हम आपको बता रहे हैं कि वर्कआउट सेशन से पहले और सेशन के बाद क्या खाना चाहिए।
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प्री-वर्कआउट सेशन
ध्यान रहे कि वर्कआउट कभी भी खाली पेट न करें। वर्कआउट से पहले कम वसायुक्त और फाइबर युक्त डाइट लें, जिसमें पेय पदार्थ और कुछ मात्रा में कार्बोहाइड्रेट औैर प्रोटीन शामिल करें। कार्बोहाइड्रेट से मसल्स को क्वीक एनर्जी मिलती है। इसके लिए आप सेरल्स, ब्रेड, पास्ता, फ्रूट्स और वेजिटेबल्स आदि सीमित मात्रा में वर्कआउट से पहले खाएं।
ग्रिल ब्राउन ब्रेड चिकन सैंडविच या कम वसायुक्त पिज्जा वर्कआउट से पहले खाना ठीक रहता है। ध्यान रहे वर्कआउट से पहले आप 500 कैलोरी से ज्यादा न खाएं।
वर्कआउट के समय
यह बहुत ज़रूरी है कि एक्सरसाइज़ करते समय आप खुद को हाइड्रेट रखने के लिए पानी या कोई लिक्विड लेना चाहिए। यह आपकी परफॉर्मेंस को बेहतर करता है और बॉडी के लिए नेचुरल कूलिंग एजेंंट का भी काम करता है। एक्सरसाइज करने के दौरान जो पसीना आप बहाते हैं, उसे अधिक मात्रा में पानी या कोई और तरल पदार्थ पीने से पूरा किया जा सकता है।
पोस्ट-वर्कआउट सेशन
वर्कआउट के बाद शरीर को पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। इसके लिए प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार सबसे अच्छा ऑप्शन होता है। एक्सरसाइज के बाद अंडा, चिकन व पनीर आदि खाना बेस्ट है। इन सब में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इनके अलावा ताजी सब्जियों को उबाल कर खाने से भी फायदा होता है।
स्मार्ट नोट
प्री-वर्कआउट से कम-से कम 1-2 घंटे पहले ही कुछ खाएं और वर्कआउट के बाद 30-60 मिनट के अंदर कुछ न कुछ खा लेना चाहिए।